गरुड़ पुराण, जो वैष्णव सम्प्रदाय से जुड़ा है, एक महत्वपूर्ण महापुराण है जिसे सनातन धर्म में मृत्यु के बाद की स्थिति और सद्गति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें भगवान विष्णु को अधिष्ठातृ देवता के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है।
इस पुराण में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार और निष्काम कर्म का महत्व बताया गया है, और यज्ञ, दान, तप, तथा तीर्थ यात्रा जैसे शुभ कार्यों के फलों का वर्णन किया गया है। इसके अलावा, इसमें आयुर्वेद, नीति और आत्मज्ञान का विवेचन भी शामिल है।
गरुड़ पुराण में विष्णु के चौबीस अवतारों का वर्णन और मनु से सृष्टि की उत्पत्ति की कथा भी प्रस्तुत की गई है। यह पुराण श्राद्ध-तर्पण, मुक्ति के उपाय और जीव की गति का विस्तृत वर्णन करता है, जिससे यह एक समृद्ध और ज्ञानवर्धक ग्रंथ बन जाता है।
इसकी शिक्षाएँ भक्ति मार्ग की ओर प्रेरित करती हैं और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करती हैं।
नवीनता की खोज: एक युवा वैज्ञानिक अपने छोटे से गाँव में नई तकनीकें लाने की कोशिश करता है। गाँव के लोगों को नई तकनीक के लाभ और नुकसानों के बारे में समझाना और उनके सहयोग से एक सफल परियोजना बनाना उसकी कहानी है।
समय की यात्रा: एक लड़का एक पुरानी घड़ी पाता है जो उसे अतीत में ले जाती है। उसे अपने परिवार के इतिहास को समझते हुए विभिन्न समय कालों में जाना होता है। इस यात्रा में वह महत्वपूर्ण सबक सीखता है।
पर्यावरण की रक्षा: एक समूह युवा पर्यावरण कार्यकर्ता अपने शहर में प्रदूषण के खिलाफ एक अभियान चलाते हैं। उनके संघर्ष, दोस्ती और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियाँ इस कहानी को रोचक बनाती हैं।
प्रकृति और मानवता: प्राकृतिक सुंदरता और उसके संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करते हुए। कैसे मनुष्य ने प्रकृति को प्रभावित किया है और अब उसे बचाने की जरूरत है।
सपनों की शक्ति: सपनों के माध्यम से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कहानी। यह विषय आशा और प्रेरणा का प्रतीक है।
गरुड़ पुराण हिंदी में pdf | Garuda Purana PDF in Hindi