भविष्य मालिका, संत अच्युतानंद दास द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें भविष्य के घटनाक्रमों के बारे में उल्लेख किया गया है। इस ग्रंथ की विशेषता इसकी सटीकता है, जो इसे अन्य भविष्यवाणी ग्रंथों से अलग बनाती है। संत अच्युतानंद दास ने अपने समय के दौरान, यानी 16वीं सदी में, उड़ीसा की वैष्णव परंपरा में एक नई दृष्टि प्रदान की।
संत अच्युतानंद दास, संत अनंत दास, संत जसोबंता दास, संत जगन्नाथ दास और संत बलराम दास, ये पांच संत मिलकर पंचसखा के रूप में जाने गए। इन्होंने उड़ीसा में आध्यात्मिक साहित्य को एक नई दिशा दी और समाज में आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
भविष्य मालिका में भविष्य के संबंध में 318 पुस्तकें हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार की भविष्यवाणियां दर्ज हैं। ये भविष्यवाणियां ताड़ के पत्रों पर लिखी गई हैं और इनमें भूत, वर्तमान और भविष्य की घटनाओं का वर्णन किया गया है। हाल के समय में, इन भविष्यवाणियों की प्रासंगिकता और सटीकता ने इन्हें फिर से चर्चा में ला दिया है।
भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां न केवल इतिहास का हिस्सा हैं, बल्कि आज की दुनिया में भी गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं। इस ग्रंथ की अध्ययन से हम जीवन की विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
राजनीतिक परिवर्तन: भविष्य में राजनीतिक संघर्षों और बदलावों की भविष्यवाणी की गई है, जिसमें विभिन्न राजाओं और नेताओं के उदय और पतन का वर्णन है।
धार्मिक जागृति: संत अच्युतानंद ने बताया है कि धर्म के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ेगी, और लोग आध्यात्मिकता की ओर लौटेंगे।
प्राकृतिक आपदाएं: ग्रंथ में प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा और भूकंप की भविष्यवाणी की गई है, जो समाज पर गहरा प्रभाव डालेंगी।
वैज्ञानिक उन्नति: भविष्य में तकनीकी और वैज्ञानिक विकास का उल्लेख है, जो मानव जीवन को बदल देगा। सामाजिक बदलाव: सामाजिक व्यवस्था में परिवर्तन और नए विचारों का उदय, विशेषकर महिलाओं और वंचित समुदायों के लिए।
युद्ध और शांति: संत ने युद्धों की घटनाओं और फिर उनके बाद शांति की स्थापना की बात की है, जिसमें मानवता के लिए एक नई दिशा मिलेगी। महामारी: स्वास्थ्य संकटों और महामारियों के आने की चेतावनी दी गई है, जो मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालेंगी।
भविष्य मालिका हिंदी में pdf | Bhavishya Malika PDF in Hindi